दीपेश पांडेय, जेएनएन। टीवी एक्ट्रेस जूही परमार एक लंबे ब्रेक के बाद 'जी टीवी' जल्द ही आने वाले शो 'हमारी वाली गुड न्यूज़' में एक ऐसी सास का किरदार निभाते नजर आएंगी, जो अपनी बहू को मातृत्व का सुख देने के लिए स्वयं बच्चा पैदा करती है। कुमकुम एक प्यारा सा बंधन, देवी, कर्मफल दाता शनि जैसे शो से घर-घर में लोकप्रिय हुईं जूही परमार फिर टीवी पर आने वाली हैं। शो 'हमारी वाली गुड न्यूज' में वह रेणुका तिवारी के किरदार में नजर आएंगी। जूही के व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन पर आधारित बातचीत के खास अंश।
सवाल : इस शो के कॉन्सेप्ट के बारे में सुनकर आपकी प्रतिक्रिया क्या थी?
जवाब : सबसे पहले मैंने इसके लेखक, निर्माताओं और इसके पीछे की सोच की तारीफ की। शो में एक सास का अपनी बहू के लिए बच्चा पैदा करना एक साहसपूर्ण कदम है। इस तरह की कहानी से समाज में सास-बहू के रिश्तों को लेकर एक सकारात्मक संदेश जाएगा। बहू को अपनी बेटी की तरह मानने वाली कई सास मिल जाएंगी, लेकिन बहू को अपनी बेटी की तरह प्यार करने वाली सास लाखों में एक होती है। शो में सास-बहू की नोकझोंक के बावजूद दोनों के बीच एक नि:स्वार्थ प्यार देखने को मिलेगा।
सवाल : आज भी परिवार और समाज की तरफ से शादीशुदा जोड़ों पर माता-पिता बनने का दबाव बनाया जाता है। इस पर आपके क्या विचार हैं?
जवाब : माता-पिता बनने का निर्णय पूरी तरह से उस जोड़े का होना चाहिए, क्योंकि माता-पिता बनने के बाद उस जोड़े की जिंदगी में आर्थिक और भावनात्मक रूप से कई बदलाव आते हैं। माता-पिता बनने के सही समय की समझ समय के साथ अपने आप विकसित हो जाती है। कुछ शादीशुदा जोड़े बच्चा पैदा करने की कोशिश तो करते हैं, लेकिन उनके लिए यह संभव नहीं हो पाता। जीवन में संतुलन बनाने के लिए उन्हें अन्य उपायों की तरफ देखना पड़ता है। किसी पर बच्चा पैदा करने के लिए दबाव डालने का किसी के पास कोई अधिकार नहीं है।
सवाल : अपना खून अपना होता है। इस बात से आप कितना इत्तेफाक रखती हैं?
जवाब : यह पूरी तरह से व्यक्तिगत पसंद पर निर्भर करता है। इस शो में भी आदित्य और नव्या बच्चे को गोद लेने जैसे अलग-अलग उपायों पर विचार करते हैं, लेकिन चीजें सही नहीं बैठतीं। बच्चे को गोद लेना, बच्चे और माता-पिता दोनों के लिए बहुत प्यारा अहसास है। अगर किन्हीं कारणों से कुछ लोग सिर्फ अपने खून की संतान की चाहते हैं तो उनकी भी सोच गलत नहीं है। ये दोनों बातें एक ही सिक्के के दो पहलू की तरह हैं।
सवाल : आपके लिए मातृत्व का अहसास क्या है?
जवाब : मातृत्व एक नए जीवन का अहसास है। मां बनना इकलौता ऐसा रिश्ता है, जहां मां अपने बच्चे के लिए खुद से पहले सोचती है। मां बनने के बाद वह जीवन में हर चीज अपने बच्चे को ध्यान में रखते हुए करती है। इसके बाद औरत का दिल उसके सीने में नहीं, बल्कि उसके बच्चे के सीने में धड़कता है। इन सारी बातों का पता
मुझे एक बेटी की मां बनने के बाद ही चला।
सवाल : इंडस्ट्री से ब्रेक लेने का क्या कारण था?
जवाब : मां बनने के बाद मैंने लगातार एक सुनियोजित ढंग से एक शो से दूसरे शो के बीच ब्रेक लिया ताकि मैं अपनी बच्ची को पर्याप्त समय दे सकूं। मैंने कभी भी उसका कोई विशेष लम्हा नहीं छोड़ा है। फिर चाहे उसका पहला दांत निकलना हो या पहली बार मां बुलाना। लंबे समय तक शूटिंग करने से टीवी इंडस्ट्री में व्यक्तिगत जीवन के लिए हमें समय नहीं मिलता है। ऐसे में लगातार काम करते हुए स्वयं और अपनी बच्ची को समय न दे पाना सही नहीं होता। इसी सुनियोजित योजना के तहत मैं अपने काम के बीच ब्रेक लेती हूं।
सवाल : अभिनय से जुड़ा हर कलाकार बड़े पर्दे पर काम करना चाहता है। आपके कॅरियर में फिल्में कम होने का क्या कारण रहा?
जवाब : मैं अपने हर प्रोजेक्ट में पूरे जी जान से जुटती हूं। कोई अच्छा मौका पाकर प्रोजेक्ट को बीच में छोड़कर जाना मेरी आदत नहीं है। मुझे कई बार बहुत ही अच्छी फिल्मों से आकर्षक प्रस्ताव मिले। मेरे लिए उन प्रस्ताव और अपने शो के बीच किसी एक को चुनना बहुत मुश्किल था। मैंने ईमानदारी के साथ अपने शो से ही जुड़े रहना उचित समझा।
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